PMO ने जोशीमठ की स्थिति की हाईलेवल समीक्षा, प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश सरकार को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया
देहरादून– दिल्ली PMO ने जोशीमठ की स्थिति की हाईलेवल समीक्षा की
NDRF, SDRF की 4 टीमें जोशीमठ ने पहुंच चुकी है
प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा
सचिव सीमा प्रबंधन और NDMA के सदस्य कल पहुंचेंगे
उत्तराखंड का दौरा करेंगे और स्थिति का जायजा लेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोशीमठ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जानकारी ली है।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश सरकार को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।
जोशीमठ के घरों में आ रही दरार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन किया है । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर जोशीमठ को लेकर काफी लंबी चर्चा की है ।
उन्होंने सभी पहलुओं पर विचार मंथन करने को कहा है साथ ही प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद देने की बात कही है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि किस तरह से विस्थापन हो सकता है किस तरह से लोगों की मदद की जा सकती है।
भूस्खलन को किस तरह से रोका जा सकता है इन तमाम पहलुओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विचार मंथन करने के लिए कहा है साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि हर संभव जोशीमठ के लोगों की मदद की जाएगी।
इसी के साथ जोशीमठ को बचाने के लिए राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार भी एक्शन मोड में दिख रही है।
केन्द्र सरकार ने 6 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जो जोशीमठ को लेकर अध्ययन करेगी।
सीमा प्रबंधन सचिव और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कल ही देहरादून पहुंच गए हैं, ये लोग आज जोशीमठ के लिए रवाना होंगे और वहां पर मौजूदा स्थिति का आकलन करेंगे।
इसी के साथ 7 संस्थानों के विशेषज्ञों की टीम जोशीमठ के वर्तमान संकट की जांच करेगी और अपनी सिफारिश केंद्र सरकार को सौंपेगी. ये सात संस्थान होंगे- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आईआईटी रुड़की, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान और केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान।